Saturday, September 7, 2013

आज के हाइकु

1.
कुछ यूँ गिरा
अभिमान उसका
रेत का टीला!

2.
उड़ जाऊं मैं
खो जाऊं आकाश में
निराली आशा!

3.
घोर अँधेरा
अकेला हूँ मैं यहाँ
तेरा सहारा !

4.
खिले सुमन
गुंजित मेरा मन
बेटी है जन्मी!

5.
महकता है
घर आँगन मेरा
बिटिया जन्मी!

6.
खुशहाल हूँ
जब से मेरे घर
बेटियाँ जन्मी!

7.
तारों के जैसी
चन्द्रमा सी निर्मल
बेटियाँ जन्मी !

8.
तमन्ना मेरी
हई पूरी जबसे
बेटियाँ जन्मी !

9.
नटखट हैं
फूलों सी कोमल
बेटियाँ मेरी!

10.
परियों जैसी
देवी रुपी रत्न हैं
बेटियाँ मेरी !

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